बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध

beti bachao beti padhao in hindi essay बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
beti bachao beti padhao in hindi essay बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

प्रस्तवना:-

Beti bachao beti padhao योजना के  माध्यम से बेटियों को अपने हक़ के लिए जागरूक किया जाता हैं, और शिक्षा मार्ग पर  चलकर आगे बढ़ने के अनेक मोके दिए जाते है, और  कई  तरह की  और सुविधाएं भी दी जाती है जिससे  बेटिया अब तक  अनजान हुआ  करती थी | जब से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चालू हुआ है, तब से आधिक मात्रा बेतिया बेटो की तुलना में  आगे बढ़ रही है, इसी कारणवश  ये योजना बेटियों अत्यधिक लाभकारी साबित  हुई  है |

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की आवश्यकता उत्पन होने के कारण (beti bachao beti padhao in hindi) :-

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की आवश्यकता उत्पन होने के निम्न कारण है, जिनमें से एक बेटियों को बोझ समझना है,यह अपने आप में  ही एक मुख्य कारण है जो समाज को बेटी और बेटो में भेद उत्पन कराता है, जिस कारण बेटियों को आगे नहीं पढ़ाया जाता है,  जिसका कारण यह बताया जाता है, की बेटिया तो पराया धन है इनको तो दुसरो के घर जाना है, इनको पड़ा लिखा के क्या करेंगे ये तो बस हमारे ऊपर एक बोझ है, जो इनकी शादी करने के बाद उतरेगा | हमारे समाज में बेटिया होने पर ये कहा जाता है की काश बेटा  होता तो वह हमारे वंश को आगे बढ़ाता ये तो बेटी है, इसने तो हमारे खानदान के वश आगे बढ़ने के सारे सारे रास्ते बंद कर दिए | इस कारण  बेटे और बेटियों में भेद भाव किया जाता है, बेटो को राजा की तरह रखा जाता है, जबकि बेटी को नौकरानी की तरह क्यूकि बेटा परिवार को आगे बढ़ाएगा और बेटी को तो दूसरे के घर जाना है |

beti bachao beti padhao in hindi essay बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
beti bachao beti padhao in hindi essay बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान हैं क्या? (beti bachao beti padhao essay)

आप सभी के साथ आज बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ पर चर्चा हो ही रही हैं तो आप को ये भी बता देते हैं आखिर क्या हैं ये अभियान। कुछ बिंदुओं के आधार पर हम इसको समझने की कोशिश करते हैं।

  • आज २०२० चल रही हैं और और कोरोना काल चल रहा हैं पूरी दुनिया में। अगर हम २०२० के हिसाब से सिर्फ और सिर्फ भारत बर्ष में पुरुषों और महिलाओं का आंकलन करने तो 1000 पुरुष हैं तो महिलाएँ आज भी 920 हैं। एक तो इस आंकलन को बराबर करना हैं। और उसका सिर्फ एक ही तरीका हैं लड़कियों की गर्भ में हो रही हत्या को रोकना। जैसे ही ऐसे समाज की कल्पना हो जाती हैं ये आकलन पूरा हो जाएगा।
  • बेटिओं को हर तरह से आगे बढ़ाना, चाहें फिर खेल हों, कॉर्पोरेट जॉब्स हों या फिर बिज़नेस हों।
  • बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से बेटी की पढ़ाई और उसके स्वास्थ का ध्यान सुनिश्चित किया जाए।
  • लड़कियों और महिलाओं के सम्मान और उनके चरित्र की गरिमा को इस समाज में कायम रखा जाए।
  • किसी भी तरह का भेदभाव उनके साथ न हों। हर बेटी को एक बेटे जैसे ही अधिकार प्राप्त हों ऐसी मनोनीति बनायीं जाएँ।
  • छोटी बच्चियों से समाज में हो रही क्रूरता को इस समाज और पूरे भारत देश से खत्म किया जाए।

ये कुछ बिंदु थे जिनका बहुत बड़ा महत्व हैं इस अभियान बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ में।

You Can Read Also:- स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध हिंदी में

उपसंहार:-

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के कारण  ही बेटियों को अपने हक़  और सम्मान  में अधिक मात्रा में आगे बढ़ने में सहायता मिली है , जिससे  बेटियों को बोझ  समझने से पहले सोचना  पड़े और भेद भाव कम से कम हो क्युकी बेटी अगर चाहे तो बेटो की तुलना में अधिक आगे बड़ सकती है, और एक साथ दो घरो का नाम ऊंचा कर सकती है |