Holi Essay in Hindi | होली पर निबंध पढ़िए

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Holi Essay in Hindi
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होली का त्यौहार रंगों का त्यौहार है खासकर छोटे बच्चों को इस त्यौहार पर बहुत मजा आता है पानी वाले रंगो को भरकर पिचकारियों में गलियों में घूमने लगते है और जैसे ही कोई भी दिखा उसके ऊपर रंग डाल कर भाग निकले। आज का Holi Essay in Hindi हम आप के सभी विद्यार्थियों के लिए ले कर आये है। आप सभी को अच्छी तरह समझ कर पड़ना चाहियें ताकि आप अपनी परीक्षा में Holi Essay in Hindi अच्छी तरह लिख पाएं। बिना किसी देरी कर Holi Essay in Hindi की भूमिका को बांधना शुरु करते है।

Table Of Contents

रंगो का त्यौहार है होली (Holi Essay in Hindi) –

हरे, लाल, पीले, नीले, बैंगनी, जैसे रंग आप को होली के त्यौहार पर हवा में नजर आ जायेगें। होली इतना खास है की आप अपने किसी भी धर्म के नाता रखते हो इस त्यौहार की चमक आप को भी दीवाना बना देगी।

होली जैसे ही नजदीक आने लगती है सभी लोग अपने घरों में तैयारियां शुरु कर देते है। होली हो आप खुशियों का त्यौहर कह सकते है। होली से पहले जो भी आप की परेशानी थी, किसी से झगडे थे, सभी को भूल जाने का त्यौहार है होली और नयी शुरुआत करने का नाम होली है। होली के दिन लोग अपने दोस्तों, पड़ोसियों के घर जा होली खेलते है और मिठाई खाते है।

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बच्चों के लिए खास है होली का त्यौहार (Holi Essay in Hindi) –

छोटे छोटे बच्चें जिनकी उम्र करीब 6 साल से 13 साल तक की होती है ये छोटे बच्चे होली के त्यौहार का इन्तजार बहुत उत्सुकता के साथ करते हैं की कब होली आये और इन सभी बच्चों को होली के रंगो से खेलने को मिल जाए। छोटे बच्चों के छोटे हाथों में रंग से भरी हुई पिचकारी जिसको ले कर अपनी छत के ऊपर से खड़े होकर गली से निकलने वाले हर व्यक्ति विशेष का इंतजार करती छोटी छोटी आँखें और उनमें भरी चमक होली के त्यौहार की ख़ुशी को दर्शाती है।

जैसे ही कोई भी उनके घर के सामने से निकला नहीं और बस पिचकारी में भरा हुआ लाल रंग उनके ऊपर डाल छुप जाना और फिर जो खुश होना ये होली के त्यौहार में ही आप को देखने को मिल सकता है। होली एक मात्र ऐसा त्यौहार है जिसमें व्यक्ति के कपड़ों को रंग लगा कर ख़राब कर देते हो और बो बदले में आप के गले भी लगेगा और आप भी रंग लगाएगा।

Holi Essay in Hindi
Holi Essay in Hindi – Image reference – businessinsider.in

होली के त्यौहार के पीछे की कथा (Holi Essay in Hindi Story) –

होली के त्यौहार को मनाने के पीछे बहुत सारी कथाएं प्रशिद्ध है और आप सुनी भी होंगी। हम आप को ऐसी कथा सुना रहे है जिसकों आप ने बचपन में अपनी स्कूल की किताब में भी पढ़ा होगा।एक छोटा बालक था जिसका नाम था प्रहलाद और प्रहलाद के पिता का नाम था हरिण्यकश्यप।

हरिण्यकश्यप को लगता था की बो भगवान है और इसी बजह से बहुत घमंड आ गया था उनके अंदर। पूरी प्रजा परेशान थी उनके प्रदेश में कोई भी पूजा नहीं कर सकता था। हरिण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना शत्रु मानते थे और श्री भगवान विष्णु से नफरत करते और उनके राज्य में कोई भी विष्णु जी की पूजा नहीं कर सकता था। लेकिन जब प्रहलाद ने जन्म लिया और जैसे जैसे बो बड़ा हुआ बो विष्णु भगवान का पूजन और जप तप करने लगा ये बात हरिण्यकश्यप को पसंद नहीं आयी।

हरिण्यकश्यप ने बहुत समझाया और फिर भी प्रहलाद नहीं समझ रहे थे। बे सिर्फ और सिर्फ अपने विष्णु की वंदना में रहते थे। कई बार हरिण्यकश्यप ने प्रहलाद को मारने के प्रयास किया लेकिन असफल रहा लेकिन उसने या ठान लिया की बह प्रहलाद के प्राण ले कर मानेगा। उसने अपनी बहन होलिका को बुलाया और होलिका के साथ मिलकर प्रहलाद को जिन्दा जलाने की रणनीति बना दी। होलिका को बरदान था की उनको आग नहीं जला सकती थी।

बहुत सारी लकडियों के एक ऊचे ढेर पर होलिका बैठी और फिर प्रहलाद को गोद में बैठा कर आग जला दी गयी लेकिन प्रह्लाद ने हरी जाप शुरु कर दिया और होलिका उस आग में जल कर मर गयी और प्रहलाद बच गए। इस कहानी से आप को बुराई पर अच्छाई की जीत हमेशा होती है समझना चाहियें और हमेशा सत्य और सही मार्ग पर चलना चाहियें।

Holi Essay in Hindi – Image reference – oneindia.com

होली पर पकवान का होता है अलग ही रंग (Holi Essay in Hindi) –

आप किसी के यहाँ पर जाओ आप को अलग अलग तरह के स्वादिष्ट पकवान खाने को मिलेंगे। आप को गुजिया, दही बड़ा, मठरी, नमकीन, मीठी मठरी, रसगुल्ले, और बहुत सारे अलग अलग तरह के व्यंजन आप खाने को खाने के लिए मिलेंगे।

होली पर सावधानियों की भी जरूरत (Holi Essay in Hindi)-

बैसे तो आप ने सुना होगा ही होली खुशियों का त्यौहार है और ये बात सच भी है लेकिन समाज में कुछ लोग ऐसे भी होते है जो इस त्यौहार के मायने ही बदले देते है। जैसे कुछ लोग होली के दिन शराब पीना एक रिवाज की तरह मानते है उनके हिसाब से होली पर शराब नहीं पी गयी तो होली का त्यौहार पूरा ही नहीं होगा उनके रंग में भंग मिल जाएगा। लेकिन ऐसा कोई भी रिवाज नहीं है।

Holi Essay in Hindi
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शराब का सेवन गलत है चाहे कैसे भी हो। कुछ लोग होली के दिन शराब पी कर झगड़ा, मार पीट भी कर रहे होते है लेकिन ये इस होली त्यौहार के रंग नहीं है इसलिए कुछ सावधानियाँ रखनी चाहियें।

  • किसी भी ऐसे व्यक्ति से होली बाले दिन नहीं मिलना चाहियें जिससे आप का पहले झगड़ा हुआ हो और बो आप से होली के बहाने होली मिलने आया हो आप ऐसे व्यक्ति से उचित दूरी बनाये रखें।
  • शराब पीने वालों से अपने आप को बचाएं और जो लोग त्यौहार के नाम पर शराब का सेवन बहुत अधिक मात्रा में कर लेते है बो भी दुर्घटना का शिकार हो जाते है। मान लीजिये आप अपने मित्र के साथ चले गए और आप ने शराब का सेवन किया और फिर रिश्ते में किसी वाहन की चपेट में आ गए। आप समझदार हो और ऐसा होता हुए देखा भी गया है।
  • अनजान लोगो को अपने घर के अंदर न घुसने दे क्यूंकि रंग का फायदा उठा कर लोग आप के घरों में घुस कर चोरी भी कर सकते है।
  • कोशिश करें अपने परिवार के साथ होली पर अपने घर पर रहें और अपने परिवार के साथ ही होली खेले।

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