आज हम आप के साथ शेयर कर रहे है। आज जो मैं आपके लिए Kadha Recipe in hindi लेकर आई हूं यह आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई बिल्कुल सही Recipe है।यह जो काढ़ा है, अगर अभी तक आपने अपने diet में शामिल नही किया है तो आज ही इसे अपने diet में शामिल करें। इस काढे को पीने के बाद सर्दी, ज़ुखाम जैसी बीमारियां नही होंगी और यह काढ़ा आपको किसी भी virus से संक्रमित नही होने देगा।
इस काढ़े को पीने के बाद आपकी रोग प्रतियोधक समता यानी immunity level एकदम तेज़ी से बढ़ती है। जिससे की आप बहुत सारी बीमारियों से बचे रहते हैं। काढ़े की सही रेसेपी जानने के बाद इसके साथ साथ आपको यह भी जानना बहुत ही ज़रूरी है कि इस काढ़े को कितनी मात्रा में पिये यह सारी जानकारी मैं आपको इस पोस्ट के अंत मे दूंगी तो इस पोस्ट को आख़िरी तक ज़रूर पढ़े। और Kadha Recipe in hindi की video देखनी हो तो आप मेरे चैनल Deepti Mishra’s Kitchen पर जा कर देख सकते है इस video का लिंक आपको नीचे मिल जयेगा।
Kadha Recipe in hindi को शुरू करने से पहले मैं आपको अपने बारे में बाता दूँ। मेरा नाम है दीप्ति मिश्रा और मेरा कुकिंग का यूट्यूब चैनल है जिसका नाम दीप्ति मिश्रा किचन है।जिसपर 500 से ज्यादा Vegetarian recipe video मैंने अपलोड कर रखी है आप देख सकते हो मेरे चैनल को करीब 4 साल हो चुके हैं। आप को मैं सही और सटीक जानकारी दे रही हूँ। आप मेरे Youtube Channel को भी subscribe कर सकते हो।
Kadha Recipe in hindi की सामग्री (काढ़ा बनाने की सामग्री)-
पानी | 500ml/ 3 कप |
सबूत बड़ी दालचीनी | 1 Pcs |
तेज पत्ता | 1 Pcs |
काली मिर्च | 6-7 दाने |
अदरक | एक छोटी इंच का टुकडा |
तज़ी हल्दी | एक छोटी इंच का टुकड़ा |
तुलदी के पत्ते | 12- 13(छोटे पत्ते) या 6-7 ( बड़े पत्ते) |
गुड़ | 3 छोटे देले या 3 चम्मच (यदि गुड़ न डालना हो तो शहद का प्रोयोग कर सकते है) |
लौंग | 4 pcs |
Kadha Recipe in hindi काढ़े को बनाने का तरीका-
- काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले हम खाली पैन ले लेते है और इसमें आप तीन कप पानी डाल दीजिए ,इस तीन कप पानी में लगभग 2 and 1/2 cup काढ़ा बन कर तैयार हो जाएगा। और यहां पर मैंने 500 ml तक पानी का इस्तेमाल किया हैं।
- तो पानी को पैन में डालने के बाद गैस का flame medium कर देंगे और इसमें हम थोड़े से साबूत मसाले डालेंगे क्योंकि हमारे किचन में आसानी से उपलब्ध रहते है और इनमे औषधि गुण बहुत ज़्यादा मात्रा में होते है।
- सबसे पहले आप इसमे दाल चीनी डालेंगे। दालचीनी के गुणों के बारे में आप सभी जानते ही है। यदि आपके गले मे दर्द है, ज़ुखाम हो गया है, तो ये काढ़ा आपके लिए ज़्यादा फायदेमंद होने वाला है।
- यहां पर दालचीनी को टुकडों में कर के डाल देंगे, फिर एक तेज़ पता यानी (bay leaf) भी इसमें शामिल कर देंगे।
- अब हम कुछ ऐसे मसाले का इस्तेमाल करेंगे जिनको इस्तेमाल हम कूट कर ही अपने काढ़े में करने वाले है। तो यहां पर आप चार लांग ले लीजिए। लौंग में बहुत ज़्यादा मात्रा में औषधियों गुण पाए जाते है, जो कि हमे सर्दी, ज़ुखाम जैसी बीमारियों से बचा कर रखते है। उसके बाद आप तीन हरि छोटी इलायची ले लीजिए। हरि इलाइची की चाय आप सभी जानते है कि बहुत लाभदायक होती है।
- उसके बाद आप यहां पर 6-7 काली मिर्च के दाने ले लीजिए। काली मिर्च में पेपरिन होता है जो कि औषधियो गुणों से भरपूर होता है।और ये सर्दी ज़ुखाम जैसी बीमारियों से बचा कर रखता है।
- अब हम इन तीनो मसालों को कूट लेंगे ध्यान रहे हमे इन मसलों का पावडर नही इस्तेमाल करना है। इनको आप कूट कर ही काढ़े में डालियेगा। अगर आप इस तरीके से काढ़ा बनाइयेगा तो आपका काढा भी टेस्टी बनेगा और साथ ही ये आपको बहुत ही फायदा पहुँचायेगा।
- मसाले कूटने के बाद इसे आप काढ़े वाले पानी मे शामिल कर दें।अब काढ़े में आप फ्रेश अदरक डाल दे इसमे पावडर वला सौंठ का प्रयोग बिल्कुल ना करे । अदरक को कदूकस करके पानी मे शामिल कर दें।अदरक गर्म ज़रूर होती है मगर ये हमे बहुत फायदा पहुचती है।इससे खाने से आपकी immunity बूस्ट होती है।
- काढे में कच्ची हल्दी का प्रयोग करिये। क्योंकि इसमें ढेरो गुण समाय हुए है और इससे औषधि के तौर पर इस्तेमाल भी किया जाता है।तो कच्ची हल्दी भी हम लगभग आधा इंच का टुकड़ा कदूकस करके काढ़े के पानी मे शामिल कर देंगें।यदि आपके पास कच्ची हल्दी नही है तो आप इसके जगह हल्दी का पावडर भी इस्तेमाल कर सकते है आधा चोट चम्मच यानी चार चुटकी हल्दी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते है।
- अब हम इसमे तुलसी के पत्ते शामिल करेंगे यदि छोटे पत्ते हो तो आप 12-13 पत्ते इस्तेमाल कर ले और यदि आपके पास बड़े पत्ते है 6-7 पत्ते इस्तेमाल करिये ,तो पहले तुलसी के पत्तों को धो कर रख ले फिर उससे काढे में शामिल कर दें।
- अब आप काढे में गुड़ का इस्तेमाल करेंगे, 3 कप काढे में आप 3 चम्मच गुड़ या तीन छोटे ढेलो को इस्तेमाल कर सकते है।और उन गुड़ को अपने काढे के पानी मे शामिल कर दें। गुड़ गर्म ज़रूर होता है लेकिन यह सर्दी खासी और ज़ुखाम जैसी बीमारियों से हमे दूर रखता है।यूँ तो लोग दूध में भी हल्दी के साथ गुड़ लेना पसन्द करते है क्योंकि यह दोनों बहुत लाभदायक होते है हमारे स्वास्थ के लिए।
- अब हम काढे को ढक कर रख देंगे और 3 कप पानी सूख कर 2 एंड 1/2 कप यानी ढाई कप बनने के लिए आप फ्लेम को धीमा कर देंगे और उसमे 10 मीनट के लिए उबाल आने देंगें। इससे हमारे काढे में डाले गए सारे मसालों का फ्लेवर निखर कर आ जयेगा।
- फिर गैस का फ्लेम बंद कर देंगें और हमारा काढा बन कर तैयार हो गया है।लेकिन इससे पीने से पहले 50% तक ठंडा कर लेंगे फिर इससे सर्व करेंगे ।यदि आप काढे में गुड़ नही मिलना चाहते तो इसमे शहद का भी उपयोग कर सकते है एक चम्मच शहद काढ़ा बनाने के बाद गैस से उतार कर एक कप काढे में डाल सकते है।
- काढे को तुरंत ही पी लीजये इससे रखना नही है। मैं इससे अपने परिवार के साथ सुबह पीती हूँ। आप इससे सुबह या शाम में भी पी सकते है।
Kadha Recipe in Video hindi –
Kadha को पीने का सही तरीका –
जिनकी उम्र 18 वर्ष से ज़्यादा है वो एक चाय का कप एक बार ही ले । और आप इस काढे को रोज़ाना ले सकते है। जिन लड़कियों की उम्र 13 वर्ष से कम है जिन्हें मासिक पीरियड्स आने शुरू नही हुए वो चाय के आधे कप का ही सेवन करे। और गुड़ के जगह शहद का इस्तेमाल करे वरना ये उनके लिए ज़्यादा गर्म हो जाएगा । और यदि आपका बच्चा 1 वर्ष से कम है तो आप उससे न दें और यदि बच्चा 5 वर्ष से कम ह तो उससे 3-4 चम्मच सिर्फ एक बार मे ही दे।
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तो आज से ही इस Kadha recipe in hindi को अपने diet में शामिल करें और अपने परोवर को तंदरुस्त और सुरक्षित रहे । अगर आपको मेरी ये रेसपी अच्छी लगी हो और ये पोस्ट पसन्द आई हो तो इस पोस्ट को like ज़रूर करे और इससे अपने दोस्तों में शेयर करना बिलकुल भी न भूलें।
Kadha Recipe in Hindi | आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई बिल्कुल सही Recipe
Kadhaa Recipe in Hindi लेकर आई हूं यह आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई बिल्कुल सही Recipe है।यह जो काढ़ा है, अगर अभी तक आपने अपने diet में शामिल नही किया है तो आज ही इसे अपने diet में शामिल करें। इस काढे को पीने के बाद सर्दी , ज़ुखाम जैसी बीमारियां नही होंगी और यह काढ़ा आपको किसी भी virus से संक्रमित नही होने देगा
Type: Drink
Cuisine: Indian
Keywords: Kadha Recipe in Hindi, आयुष मंत्रालय Kadha Recipe, Kadha Recipe
Recipe Yield: 4 servings
Preparation Time: PT15M
Cooking Time: PT30M
Total Time: PT45M
Recipe Video Name: Kadha Recipe in Hindi
Recipe Video Description: आज जो मैं आपके लिए Kadhaa Recipe in Hindi लेकर आई हूं यह आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई बिल्कुल सही Recipe है।यह जो काढ़ा है, अगर अभी तक आपने अपने diet में शामिल नही किया है तो आज ही इसे अपने diet में शामिल करें। इस काढे को पीने के बाद सर्दी , ज़ुखाम जैसी बीमारियां नही होंगी और यह काढ़ा आपको किसी भी virus से संक्रमित नही होने देगा।इस काढ़े को पीने के बाद आपकी रोग प्रतियोधक समता यानी immunity level एकदम तेज़ी से बढ़ती है।जिससे की आप बहुत सारी बीमारियों से बचे रहते हैं।
Recipe Video Thumbnail: https://gkidea.in/wp-content/uploads/2021/05/Kadha-Recipe-in-Hindi.jpg
Recipe Ingredients:
- सबूत बड़ी दालचीनी
- तेज पत्ता
- लौंग
- हरि इलाइची
- काली मिर्च
- अदरक
- हल्दी
- तुलदी के पत्ते
- गुड़
Recipe Instructions:
काढ़े को बनाने का तरीका:
- काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले हम खाली पैन ले लेते है और इसमें आप तीन कप पानी डाल दीजिए ,इस तीन कप पानी में लगभग 2 एंड 1/2 कप काढ़ा बन कर तैयार हो जाएगा। और यहां पर मैंने 500 ml तक पानी का इस्तेमाल किया हैं।
- पानी को पैन में डालने के बाद गैस का फ्लेम मीडियम कर देंगे और इसमें हम थोड़े से साबूत मसाले डालेंगे क्योंकि हमारे किचन में आसानी से उपलब्ध रहते है और इनमे औषधि गुण बहुत ज़्यादा मात्रा में होते है।
- सबसे पहले आप इसमे दाल चीनी डालेंगे । दालचीनी के गुणों के बारे में आप सभी जानते ही है। यदि आपके गले मे दर्द है , ज़ुखाम हो गया है, तो ये काढ़ा आपके लिए ज़्यादा फायदेमंद पहुचने वाला है।
- यहां पर दालचीनी को टुकडों में कर के डाल देंगे, फिर एक तेज़ पता यानी (bay leaf) भी इसमें शामिल कर देंगे।
- अब हम कुछ ऐसे मसाले का इस्तेमाल करेंगे जिनको इस्तेमाल हम कूट कर ही अपने काढ़े में करने वाले है। तो यहां पर आप चार लांग ले लीजिए।लांग में बहुत ज़्यादा मात्रा में औषधियों गुण पाए जाते है, जो कि हमे सर्दी, ज़ुखाम जैसी बीमारियों से बचा कर रखते है। उसके बाद आप तीन हरि छोटी इलायची ले लीजिए। हरि इलाइची की चाय आप सभी जानते है कि बहुत लाभदायक होती है।
- उसके बाद आप यहां पर 6-7 काली मिर्च के दाने ले लीजिए। काली मिर्च में पेपरिन होता है जो कि औषधियो गुणों से भरपूर होता है।और ये सर्दी ज़ुखाम जैसी बीमारियों से बचा कर रखता है।
- अब हम इन तीनो मसालों को कूट लेंगे ध्यान रहे हमे इन मसलों का पावडर नही इस्तेमाल करना है।इनको आप कूट कर ही काढ़े में डालियेगा। अगर आप इस तरीके से काढ़ा बनाइयेगा तो आपका काढा भी टेस्टी बनेगा और साथ ही ये आपको बहुत ही फायदा पहुँचायेगा।
- मसाले कूटने के बाद इसे आप काढ़े वाले पानी मे शामिल कर दें।अब काढ़े में आप फ्रेश अदरक डाल दे इसमे पावडर वला सौंठ का प्रयोग बिल्कुल ना करे । अदरक को कदूकस करके पानी मे शामिल कर दें।अदरक गर्म ज़रूर होती है मगर ये हमे बहुत फायदा पहुचती है।इससे खाने से आपकी immunity बूस्ट होती है।
- काढे में कच्ची हल्दी का प्रयोग करिये। क्योंकि इसमें ढेरो गुण समाय हुए है और इससे औषधि के तौर पर इस्तेमाल भी किया जाता है।तो कच्ची हल्दी भी हम लगभग आधा इंच का टुकड़ा कदूकस करके काढ़े के पानी मे शामिल कर देंगें।यदि आपके पास कच्ची हल्दी नही है तो आप इसके जगह हल्दी का पावडर भी इस्तेमाल कर सकते है आधा चोट चम्मच यानी चार चुटकी हल्दी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते है।
- अब हम इसमे तुलसी के पत्ते शामिल करेंगे यदि छोटे पत्ते हो तो आप 12-13 पत्ते इस्तेमाल कर ले और यदि आपके पास बड़े पत्ते है 6-7 पत्ते इस्तेमाल करिये ,तो पहले तुलसी के पत्तों को धो कर रख ले फिर उससे काढे में शामिल कर दें।
- अब आप काढे में गुड़ का इस्तेमाल करेंगे, 3 कप काढे में आप 3 चम्मच गुड़ या तीन छोटे ढेलो को इस्तेमाल कर सकते है।और उन गुड़ को अपने काढे के पानी मे शामिल कर दें। गुड़ गर्म ज़रूर होता है लेकिन यह सर्दी खासी और ज़ुखाम जैसी बीमारियों से हमे दूर रखता है।यूँ तो लोग दूध में भी हल्दी के साथ गुड़ लेना पसन्द करते है क्योंकि यह दोनों बहुत लाभदायक होते है हमारे स्वास्थ के लिए।
- अब हम काढे को ढक कर रख देंगे और 3 कप पानी सूख कर 2 एंड 1/2 कप यानी ढाई कप बनने के लिए आप फ्लेम को धीमा कर देंगे और उसमे 10 मीनट के लिए उबाल आने देंगें। इससे हमारे काढे में डाले गए सारे मसालों का फ्लेवर निखर कर आ जयेगा ।
- फिर गैस का फ्लेम बंद कर देंगें और हमारा काढा बन कर तैयार हो गया है।लेकिन इससे पीने से पहले 50% तक ठंडा कर लेंगे फिर इससे सर्व करेंगे ।यदि आप काढे में गुड़ नही मिलना चाहते तो इसमे शहद का भी उपयोग कर सकते है एक चम्मच शहद काढ़ा बनाने के बाद गैस से उतार कर एक कप काढे में डाल सकते है।
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