एक पल की मुलाकात Network 18 अमन चोपड़ा सर के साथ
आज की शाम जाते जाते दिल को थोड़ा सा शुकून दे गयी क्यूंकि आज साक्षात् अमन चोपड़ा सर के दर्शन हुए। कभी कभी कुछ पल ऐसे आते है जिनके बारे में कभी अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। आज ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ। हमारे घर से करीब 10 km दूर एक फेमस गोलगप्पे की दुकान है। अचानक मैंने अपनी अर्धांगनी से कहाँ चलो आज थोड़ा घूम कर आते है। घर से हम ढाई लोग घूमने निकले और बात करते हुए जा पहुंचे उसी दुकान पर।
हम अपनी गाड़ी को साइड में लगा ही रहे थे अचानक एक और गाड़ी कुछ दूर जा रुकी और उसमें से अमन चोपड़ा सर निकल कर उसी दुकान की तरफ अपने कदम बड़ा रहे थे। मैं एक झलक उनको अपनी गाड़ी के अंदर से देख कर ही पहचान गया। मन में एक लहर खुशी की थी । मैंने अमन सर को हमेशा लाइव डिबेट में ही देखा था।
मैं भी अपनी गाड़ी से उतर कर हल्के कदमों के साथ उसी दुकान की तरफ बढ़ गया जहाँ पर एक बड़े से तवे पर आलू की टिक्कियाँ देसी घी में गोते लगा रही थी। एक साइड खड़े होकर मैं अमन सर को ही देख रहा था। अमन सर ने सिर्फ एक पानी का बताशा ही खाया।
ये पल सिर्फ कुछ 3 से ४ मिनट के ही थे जैसे ही अमन सर उस दुकान से चलने लगे मैंने हिम्मत के साथ पूछ ही लिया “सर क्या मैं आप की एक पिक्चर ले सकता हूँ ?“
मैं पूछने में थोड़ा घबरा रहा था क्यूंकि मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहता था, ये भी सोच रहा था पता नहीं फिर कभी मिलूंगा भी या नहीं ऐसा पता नहीं था।
लेकिन बहुत ही शालीन और शांत स्वाभाव से अमन सर ने कहाँ “जी जरुर ले लीजिए आप पिक्चर”
अपनी कांपती हुई उँगलियों से मोबाइल की मदद से इस अनोखे लम्हें को मैंने हमेशा के लिए कैद कर लिया।
बहुत ही अच्छा स्वाभाव और काफी बिनम्र दिखायी दिए अमन चोपड़ा सर। आज का दिन जाते हुए मुझे बहुत अच्छे लम्हें दे कर गया।
Thank you “Aman Chopra Sir”
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