वर्षा ऋतु (varsha ritu) जैसा की इसके नाम से ही प्रतीत हो रहा हैं, बरसातों के दिन की शुरुआत जो एक नयी ऊर्जा,उमंग और ताज़गी ले कर आता है, वर्षा ऋतु (varsha ritu) अधिकतर लोगो का पसंदीदा मौसम है, क्यूकि यह मौसम अत्यधिक गर्मियों के बाद आता है, जो आते ही राहत दिलाता हैं। जिस कारणवश यह पसंदीदा बन जाता हैं, इस मौसम में सभी लोग बारिश का लुफ़्त उठाते है, और वर्षा ऋतु (rainy season essay in hindi) में पेड़ पौधों में भी नयी सी चमक आ जाती है जिससे हर तरफ हरयाली हरयाली सी रहती है।
जो प्रत्येक मनुष्य को सकारत्मक ऊर्जा प्रधान करती हैं, एंवम वर्षा ऋतु (varsha ritu) के आने से खेतों में पानी भी भरपूर मात्रा में लग जाता हैं। जो गर्मियों में आवश्यक होता है। जो किसानो को खेती करने में सहायता पहुँचता हैं जिससे, खेती-बाड़ी अच्छी होती हैं।
वर्षा ऋतु के मौसम में बरतने वाली सावधानियां (rainy season essay in hindi) :-
वर्षा के मौसम में लुफ़्त उठाने के साथ साथ कुछ सावधनियां वरतनी चाहिए, जैसे वर्षा के कारण जो पानी छत पर या नालियों में भर जाता है, उसे साफ़ करते रहना चाहिये नहीं तो इससे कीड़े मकोड़े होने लगते है, जिससे कई बीमारियां होती हैं, जैसे:- मलेरिया,निमोनिया ,आदि। ऐसा करने से वर्षा के मौसम में बीमारियों से बचा जा सकता हैं।
वर्षा न होने के नुकसान :-
वर्षा न होने से कई तरह की परशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं, जैसे वर्षा न होने से सूखा पड़ जाता है क्यूकि वर्षा न होने के कारण तालाबों व नदियों में पानी की मात्रा का कम होना और कुछ तालाबों का सूख जाना जिससे कई जानवर प्यासे मर जाते है और खेतों में पानी भरपूर रूप से नहीं पहुंच पता है। जिससे खेती अधिक अच्छी नहीं हो पाती और कारणवश आनाज व साख-सब्जिओं के मूल्य बढ़ जाते है और मेहगाई बड़ जाती है जो एक बड़ी समस्या का रूप ले लेती है।
वर्षा ऋतु की विशेषताएं:-
वर्षा ऋतु (varsha ritu) की विशेषताएं तो अनगिनत है, लेकिन कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं. वर्षा ऋतु में बारिश होने से हमें कई तरह के दृश्ये देखने को मिलते हैं, जैसे बारिश के बाद आसमान को और सुन्दर बनाने वाला इंद्रधनुष जो वर्षा ऋतु (rainy season in hindi) में ही अधिकतर दिखाई देता है और प्रकर्ति की सुंदरता को दर्शाता हैं।
वर्षा ऋतु में पक्षिओ की मधुर आवाजें मन को शान्ति और वातावरण को और सुन्दर बना देती है, इसलिए वर्षा ऋतु एक ऐसा ऋतु है जो प्रकर्ति की सुंदरता को दर्शता हैं और मानव में प्रकर्ति को सबारे रखने की जिज्ञासा उत्पन करता है।
पहले की आपेक्षा आज के वर्षा ऋतु में परिवर्तन (rainy season essay in hindi)
यह सत्य है, कि पहले की अपेक्षा आज के वर्षा ऋतु (varsha ritu) में परिवर्तन हुआ है, जो प्रकर्ति द्वारा नहीं बल्कि मनुष्य द्वारा किया गया है। मनुष्य द्वारा जो प्रदूषण प्रकर्ति को हानि पहुंचाता है, उसी कारण वर्षा ऋतु में परिवर्तन हुआ है। पहले की अपेक्षा अब वर्षा ऋतु(rainy season in hindi) में वर्षा भी कम होने लगी हैं, और पक्षियों की आवाजें तो कही गुम सी हो गई हैं। और यही कारण है की अब सूखा पड़ जाता हैं, और खेती-बाड़ी में भी गिरावट आ जाती हैं जिससे आनाज कम उग पता हैं।
निष्कर्ष :-
वर्षा ऋतु (varsha ritu) का निष्कर्ष यह निकलता है कि प्रकर्ति की सुंदरता का एहसास इस मौसम से पता लगता है। और इस सुंदरता को बनाये रखने के लिए जरुरी है की मानव प्रकर्ति को प्रदूषित न करें क्यूकि जितना नुक्सान मानव प्रकर्ति को पहुंचाएगा उसे ज्यादा नुक्सान मानव का ही होगा और हो भी रहा है जैसे महामारी और सूखा आदि। इसलिए जरुरी हैं प्रकर्ति को नुक्सान न पहुंचाया जाए।