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Swachh Bharat Abhiyan Essay Hindi | स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

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Swachh Bharat Abhiyan Eassy in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan के बारे में कौन नहीं जानता हैं swachh bharat abhiyan एक ऐसा अभियान हैं जिसने एक नए भारत का निर्माण किया लोगो को जागरुक किया और हमें सही ढग से जीना सिखाया। आज हम सभी स्वच्छ भारत की सोच की तरफ बढ़ रहे हैं और भरत के नाम पर रखे हुए हमारे देश भारत को स्वछता की तरफ बढ़ाने के लिए हम सभी ततपर हैं। हमारे प्रधानमंत्री जी बड़ी और जागरूक करने वाली नीति की उपज हैं swachh bharat abhiyan और हम सभी इस अभियान के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। swachh bharat abhiyan एक ऐसा अभियान हैं जिसके बारे में जानना सभी के लिए जरुरी हैं और हम आज अपने इस ब्लॉग के माध्यम से swachh bharat abhiyan essay आप सभी के लिए के कर आये हैं।

Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार की एक अनूठी पहल हैं और इसका असर पूरे भारत देश में दिखाई दे रहा हैं। बीते कार्यकाल में सरकार के इस अभियान की काया ही पलट कर दी हैं। स्वच्छ भारत अभियान की बजह से लोंगो को ये समझ में आया की जैसे हम अपने घरों को साफ़ रखते हैं बैसे हमारी ये जिम्मेदारी बनती हैं की हम अपने देश को भी साफ़ स्वच्छ रखें। स्वछता ही एक अच्छे जीवन की तरफ बढ़ने वाला पहला कदम होता हैं। स्वच्छ जीवन हम सभी को आने वाले कल के लिए तैयार करता हैं।

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स्वच्छ भारत अभियान की पहल हमारे प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ने किया हैं और उनकी इस बड़ी सोच को हमारा नमन हैं। हम swachh bharat abhiyan को इतने अच्छे ढग से पूरे भारत में फ़ैलाने के लिए उनका आभार व्यक्त करती हैं। हमारी देश की सरकार ने इस अभियान को सिर्फ बनाया ही नहीं बल्कि इसको जमीनी स्तर पर लागू किया लोगो तक इस अभियान की जानकारी पहुंचे गयी जिसका माध्यम टीवी, न्यूज़, पोस्टर, पेंटिंग्स और नुकड़ कार्यक्रम भी रहें हैं।

स्वच्छ भारत अभियान कब और किसने बनाया?

Swachh Bharat Abhiyan भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया नेशनल लेवल का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों और पूरे भारत को को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है। यह अभियान 02 अक्टूबर, 2014 को आरंभ किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देश को गुलामी से मुक्त कराया, परन्तु ‘स्वच्छ भारत’ का उनका सपना पूरा नहीं हुआ था और इसकी सपने को पूरा करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ने swachh bharat abhiyan शुरू किया।

स्वच्छ भारत अभियान का प्रतीक चिन्ह क्या हैं?

स्वच्छ भारत अभियान के लोगो में महात्मा गांधी के चश्मे के दोनों शीशों पर स्वच्छ भारत लिखा हुआ है। प्रतीक चिन्ह के विजेता, श्री अनंत खसबरदार, महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।

स्वच्छ भारत अभियान का स्लोगन क्या हैं?

इसका स्लोगन एक कदम स्वच्छता की ओर भी शानदार है। बहुत ही अच्छा स्लोगन हैं जो स्वच्छ भारत अभियान को दर्शाता हैं।

Swachh Bharat Abhiyan का आरंभ

Swachh Bharat Abhiyan का शुभारंभ हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने 2 अक्टूबर 2014 को गाँधी जयंती को किया। गांधी जयंती पर इस swachh bharat abhiyan की शुरुआत श्री नरेंद्र मोदी जी (प्रधानमंत्री) जी ने इस लिए की क्यूंकि ये ही एक मात्र ऐसा दिन था जो पुराने सपने को पूरा करने का दिन बन सकता था।

महात्मा गांधी जी बापू उन्होंने इस सपने को देखा था और उसी सपने को पूरा करने के लिए भारत देश के प्रधानमंत्री जी ने २ अक्टूबर का चुना। गांधी जी ने देश को आजाद करा दिया था लेकिन देश को स्वच्छ भारत देखने का सपना अधूरा था। गांधी जी ने कहा था जिससे देश में स्वछता होती हैं उसी देश में तरक्की भी होती हैं। गांधी जी जीवन काल में भी सभी को बताया करते थे की कैसे स्वछता को अपनाया जाए।

गांधी जी के इस सपने को पखं हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने लगा दिए और ये सपना सच्चाई में बदल भी गया। सरकार ने पिछले 5 सालों में पूरे भारत में स्वच्छ भारत अभियान का काम बहुत तेजी के साथ किया और पूरी जनता ने भी आगे बढ़ कर इस अभियान में हिस्सा लिया। जनता को भी ये समझ आ रहा था की ये एक अच्छा अभियान हैं और इससे भारत देश की चमक और अधिक बढ़ जायेगी।

समझने वाली बात इतनी हैं की जब हम अपना घर साफ़ कर लेते हैं और हम अपने घर का कचरा बाहर फेंक देते तो सफाई कहा हुई, हम अगर साफ़ रहना चाहते हैं जो हम क्यों अपनी गंदगी को सड़क पर या खुले में फेक देते हैं। जैसे हम अपने घर को साफ़ रखते हैं बैसे इस देश को भी साफ़ रखना हमारी जिम्मेदारी हैं और इसी जिम्मेदारी को सिखाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गयी।

स्वच्छ भारत अभियान को लोगो तक पहुंचाने में बहुत सारे बड़े बड़े कलाकारों, बिजनेसमैन, नेताओं, और क्रिकेटर्स ने साथ दिया और swachh bharat abhiyan को आगे बढ़ाया। हम आप को उन सभी कलाकारों, बिजनेसमैन, नेताओं, और क्रिकेटर्स के नाम भी बता देते हैं जिन सभी के इस स्वच्छ भारत अभियान में अपना योगदान दिया।

swachh bharat abhiyan celebrities

सचिन तेंदुलकर, बाबा रामदेव, सलमान खान, अनिल अंबानी, प्रियंका चोपड़ा, शशि थरुर, मृदुला सिन्हा, कमल हसन, विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी, ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सीरियल की पूरी टीम।

स्वच्छ भारत अभियान में योगदान देने वाले बहुचर्चित लोग कौन कौन हैं?

उन सभी कलाकारों, बिजनेसमैन, नेताओं, और क्रिकेटर्स के नाम भी बता देते हैं जिन सभी के इस स्वच्छ भारत अभियान में अपना योगदान दिया। सचिन तेंदुलकर, बाबा रामदेव, सलमान खान, अनिल अंबानी, प्रियंका चोपड़ा, शशि थरुर, मृदुला सिन्हा, कमल हसन, विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी, ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सीरियल की पूरी टीम।

गांधी जी की 145वीं जयंती को शुरू हुआ यह स्वच्छ भारत अभियान , 2 अक्टूबर 2019 को पूरे पाँच वर्ष पूरे कर चुका है। जैसा कि 2019 तक भारत को पूर्ण रूप से open defecation free (खुले में शौच मुक्त) बनाने का लक्ष्य रखा गया था। यह लक्ष्य पूर्णतः सफल तो नहीं हुआ, परंतु इसके आँकड़ो में आश्चर्यजनक रूप से बदलाब आया है।

स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत (Need Of Swachh Bharat Abhiyan)

Swachh Bharat Abhiyan की जरुरत बहुत अहम् हैं और हमारे भारत देश के लिए ऐसे अभियान की जरुरत थी भी। इस अभियान के बिना लोगो में साफ़ सफाई की जागरुकता तो बढ़ ही गयी साथ बहुत सारे पुरानी सोच वाले लोगो को इस अभियान के लिए जागरूक करना बहुत ही अहम् हिस्सा हैं इस अभियान का। गाँव में घरों में सुलभ शौचालयों को बनाना और खुले में शौच करने वाली बिकराल सोच को सही करना भी इस स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत हैं। कूड़ा कचरा खुले में फेकना, कही भी थूक देना, खुले में शौच जाना ये सभी बदलने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत पड़ी।

“यदि हम अपने घरों के पीछे सफाई नहीं रख सकते तो स्वराज की बात बेईमानी होगी। हर किसी को स्वयं अपना सफाईकर्मी होना चाहिए” – महात्मा गांधी

महात्मा गांधी

सभी को समझ आना चाहियें की गांधी जी की सोच क्या थी बो हमेशा सिर्फ यही चाहते थे की देश स्वच्छ और साफ़ रहे तभी हम एक नए भारत का निर्माण कर सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान में सभी राज्यों की सरकारों ने योगदान दिया और हमारे प्रधानमंत्री जी ने पूरी जनता से इस अभियान में हिस्सा लेने की अपील की। जैसे ही देश के प्रधानमंत्री ने अपील की पूरे देश का जनसैलाव उमड़ पड़ा और ये swachh bharat abhiyan बहुत तेजी से आगे बढ़ने लगा। बहुत बड़े बड़े लोगो ने सड़को पर आकर अपने हाथों में झाड़ू उठा ली और सफाई शुरू कर दी।

लोग सफाई करते हुए इंटरनेट पर अपनी सेल्फी फेसबुक पर अपलोड करने लगे। कई लोगो ने तो पूरे कॉलोनी को ही चमका दिया। लोगो के एक साथ आने पर बहुत तेजी से swachh bharat abhiyan आगे बढ़ने लगा ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी भी बनारस में अस्सी घाट पर खुद हाथों में झाड़ू ले कर सफाई कर डाली। और फिर एक बार समुद्र किनारे का कचरा भी साफ़ किया। ऐसे जिस देश में महान सोच वाले प्रधानमंत्री हो बो देश आगे बढ़ेगा ही उसको कोई भी नहीं रोक सकता।

“जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें।” -महात्मा गांधी।

महात्मा गांधी

गांधी जी की ये बात हमें लगता हैं स्वछता पर भी लागु होती हैं। हमें खुद को स्वच्छ रखना सीखना होगा। अपने आसपास सफाई की रखने की आदत डालनी पड़ेगी। अपने बच्चों को हमें बचपन से ही स्वछता के बारे में सिखाना होगा। स्वच्छ रहने से हमारा मन और तन दोनों अच्छे रहते हैं। हमे जमीनी स्तर पर सफाई अभियान को आगे बढ़ाना होगा।

स्वच्छ भारत के लिए सोच को बदलना जरुरी

swachh bharat abhiyan के लिए सोच को बदलना जरुरी हैं और हम आप को बताते हैं बो कैसे, आप को अगर सफाई के लिए हमारे देश के प्रधानमत्री बता रहे हैं समझा रहे हैं क्या आप को तभी समझ में आएगा या कोई बड़ा कलाकार बताएगा तभी आप सफाई के बारे में जानेगे। ये कैसे सोच और शिक्षा हैं समाज में रह रहे लोगों की। साफ़ सफाई भी किसी से सिखने की चीज हैं ये क्या?

हम अपने घर में सफाई करते हैं लेकिन गली में अपने घर की गन्दगी की फेक देते हैं। या हम किसी पालतू जानवर को पालते हैं लेकिन उसको सुबह सड़क पर घूमने ले कर जाते हैं और आप का पालतू जानवर चाहे बो कुत्ता हो या बिल्ली हो मल त्याग करता हैं और आप बहा से अपना जानवर ले कर चले आते हैं बस आप का काम हो गया लेकिन क्या ये सही हैं।

आप का पालतू जानबर हैं और आप ही उसकी गन्दगी साफ़ करोगें और सड़क, पार्क या खुले में पालतू जानवर से गन्दगी करना भी एक दंड बाला अपराध हैं। ऐसी सोच रखने वाले लोगो पड़े लिखे समाज का ही हिस्सा हैं। लेकिन फिर भी बो लोग ऐसा करते हैं। देश के लिए नारे लगाने से काम नहीं चलता हैं देश के लिए बलिदान भी देता पड़ता हैं देश के कार्यों में हिस्सा लेना पड़ता हैं।

कैसा दुर्भाग्य हैं हमारा की देश की सरकारों को देश में सफाई अभियान चलाने के लिए करोड़ों रुपये विज्ञापन पर खर्च करने पड़ते हैं और फिर भी लोग इधर उधर सड़क पर रह चलते थूकने, कचरा फेकने से बाज नहीं आते। कैसी सोच हैं ऐसे लोगो की जिनको देश मायने नहीं रखता बस अपनी ही सोच में डूबे हुए हैं। ऐसे सोच को इस अभियान के चलते बदलना होगा और हम सभी को ऐसी सोच रखने वाले लोगो को जागरूक करने की पहल को भी आगे बढ़ाते रहना होगा।

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हम आशा करते हैं Swachh Bharat Abhiyan Essay आप सभी को अच्छा लगा होगा और आप अगर अपनी परीक्षा में Swachh Bharat Abhiyan Essay लिखते हैं तो आप जरूर हमारे इस Swachh Bharat Abhiyan Essay को पढ़ कर जाए और अपनी अच्छी सोच के साथ लिखें। अगर ब्लॉग पोस्ट अच्छा लगा हो आप शेयर जरुर करें।

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