SEO क्या है और इसकी मदद से वेबसाइट Rank कैसे हो सकती है जानिए पूरी जानकारी

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SEO रैंकिंग फैक्टर

आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको SEO क्या है और इसकी मदद से वेबसाइट Rank कैसे हो सकती है, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे में जानकारी देने वाले हैं आखिर कैसे आप सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन करके अपनी वेबसाइट को रैंक करा सकते हैं आज इस पोस्ट में हम यह बारीकी से समझेंगे यह कैसे सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की मदद से आप अपनी वेबसाइट को अच्छा बना सकते हैं और अपनी वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का इतिहास बहुत पुराना है समय-समय पर सभी तरह के सर्च इंजन अपनी गाइडलाइंस को अपडेट करते रहते हैं। गूगल इस समय नंबर वन सर्च इंजन है जिस पर रोजाना की करोड़ों सर्चस होती हैं। गूगल आज के समय में इतना ज्यादा स्मार्ट हो चुका है कि अगर कोई भी user गूगल पर कुछ भी सर्च करता है तो वह वह जानकारी ऑनलाइन कलेक्ट कर के उस यूज़र को दिखा देता है।

गूगल ने अपने सर्च सिस्टम को इतना ज्यादा अच्छा बनाया है कि वह सबसे अच्छा रिजल्ट चुनकर यूजर को दिखाता है जिसने गूगल पर अपनी रिक्वायरमेंट को सर्च किया है। समय-समय पर गूगल सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से रिलेटेड गाइडलाइंस देता रहता है। जितने भी SEO’s होते हैं उनको सभी गाइडलाइंस फॉलो करनी पड़ती हैं।

SEO क्या हैं और कैसे काम करता है –

SEO क्या है और कैसे काम करता है आइए जानने की कोशिश करते हैं। SEO का मतलब सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन होता है, अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन के लिए सर्च इंजन की गाइडलाइन के हिसाब से ऑप्टिमाइज करना।

एक समय था जब SEO बिना किसी झंझट के सिर्फ बैक लिंक बनाकर आप अपनी वेबसाइट को Rank करा सकते थे। लेकिन आज सर्च इंजन इतना ज्यादा स्मार्ट हो चुके हैं कि उन्होंने अपनी एल्गोरिथ्म को इतना ज्यादा अपडेट किया है कि वह सिर्फ और सिर्फ अच्छे रिजल्ट्स को ही ऊपर दिखाते हैं और ऐसे में सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए 200 से ज्यादा SEO रैंकिंग फैक्टर बनाए गए हैं।

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  • यहां पर हम आपको सबसे ज्यादा जो इस्तेमाल होने वाले रैंकिंग फेक्टर हैं या सबसे ज्यादा जिन पर SEO’s उस काम करते हैं उनकी जानकारी हम यहां पर आपके साथ साझा करेंगे।
    1. आपकी वेबसाइट बहुत ज्यादा फास्ट होनी चाहिए और उसका लोडिंग टाइम बहुत कम होना चाहिए जैसे ही यूज़र आपकी वेबसाइट के पेज को ओपन करें वेबसाइट बहुत जल्दी ओपन होने चाहिए इसके लिए कुछ समय सीमा चिन्हित की गई है उसके हिसाब से ही सर्च इंजन आपकी वेबसाइट की स्पीड को मॉनिटर करता है।
    2. आपकी वेबसाइट में यूआई यानी कि यूजर इंटरफेस बहुत अच्छा होना चाहिए। अच्छा होने से मतलब यहां पर ऐसा होना चाहिए जो यूज़र आसानी से आपकी वेबसाइट के हर पहलू को एक्सेस कर पाए।
    3. आपकी इमेजेस भी बहुत अच्छी और ऑप्टिमाइज होनी चाहिए जिससे जब भी user वेबसाइट पर आए यूजर को कुछ अच्छा देखने को मिलना चाहिए। इमेज SEO किया जाता है उसकी गाइडलाइंस भी इमेज SEO के हिसाब से तय की गई हैं।
    4. आपकी वेबसाइट में ज्यादा जावा स्क्रिप्ट का इस्तेमाल ना किया जाए बजाय एचटीएमएल Tags का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। गूगल जावा स्क्रिप्ट और सीएसएस को बहुत अच्छी तरीके से नहीं समझ पाता है इसलिए जितना भी कंटेंट पार्ट हो उसको आप एचटीएमएल में लिखें
    5. आपकी वेबसाइट का एक साइटमैप और एक इमेज साइटमैप होना जरूरी है। अगर आपकी वेबसाइट 500 से कम page की है तो गूगल की गाइडलाइन के हिसाब से आपकी वेबसाइट के लिए साइटमैप का होना जरूरी नहीं है लेकिन फिर भी आपको साइटमैप डालना चाहिए।
    6. Robots.txt फाइल को भी आपको इंप्लीमेंट करना चाहिए जिससे आप अपने content को गूगल की नजरों से बचा सकते हैं. Robots.txt के माध्यम से आप किसी पेज को ब्लॉक कर सकते हैं लेकिन गूगल की गाइडलाइन के हिसाब से robot.txt का इस्तेमाल page ब्लॉक करने में नहीं किया जाना चाहिए अगर आप किसी पर्टिकुलर पेज को ब्लॉक करना चाहते हैं तो nofollow, noindex जैसे टैक्स का इस्तेमाल आप पेज लेवल पर कर सकते हैं।
    7. आपको E.A.T के कांसेप्ट को भी फॉलो करना चाहिए। E.A.T का मतलब होता है Expertise, Authoritativeness and Trustworthiness
    8. Core Web Vital अपडेट को भी आप को समझना चाहिए और उसके हिसाब से अपने वेबसाइट के पेजेज इंप्लीमेंट करना चाहिए।
    9. आपकी वेबसाइट का सिक्योर होना बहुत जरूरी है इसलिए एचटीटीपीएस (https) का इस्तेमाल जरूर किया जाना चाहिए।
    10. आपकी वेबसाइट का कैनॉनिकल टैग प्रॉपर तरीके से लगा हुआ होना चाहिए। असल में कैनॉनिकल टैग की मदद से गूगल यह समझ पाता है कि आपके किस पेज को उसे समझना है रीड करना है और इंडेक्स भी करना है कैनॉनिकल टैग गूगल को आपके सही पेज की जानकारी को समझने में मदद करता है।
    11. आपके प्रोडक्ट या आपके पेज के बारे में पूरी जानकारी आपकी वेबसाइट के ऊपर होनी चाहिए जिससे गूगल को यह समझ में आएगा कि आप किस विषय पर जानकारी दे रहे हैं।
    12. आपको अपनी वेबसाइट के दूसरे पर जो को आपस में इंटरलिंक्स करना चाहिए जो एक जैसे कंटेंट के साथ लिखे गए हैं। यहां पर एक जैसे कंटेंट का मतलब कॉपी कंटेंट से नहीं है किसी विषय पर अगर ज्यादा से ज्यादा जानकारी आप अपनी वेबसाइट पर दे रहे हैं और वह एक दूसरे से मिलती-जुलती जानकारी है तो उन पर आपको सही कीवर्ड के साथ इंटरलिंक करना चाहिए। इंटरलिंक करने से आप क्रॉलर को new pages जानकारी बहुत आसानी से दे पाएंगे और सर्च इंजन बोट या क्रॉलर आपकी वेबसाइट के ज्यादा से ज्यादा पेजेस को आसानी से एक्सेस कर पाएगा।
    13. आपकी वेबसाइट का मोबाइल फ्रेंडली होना आज के समय में बहुत ज्यादा जरूरी है, एक रिसर्च के अनुसार यह पाया गया कि अब यूज़र मोबाइल पर ज्यादा चीजों को सर्च करता है क्योंकि अब स्मार्टफोन बहुत अच्छे और बेहतरीन फीचर्स के साथ मार्केट में आ रहे हैं। ऐसे में अगर आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो आप हो सकता है सही ट्रैफिक अपनी वेबसाइट पर ना लेकर आ पाएं और आप अपनी सेल को इनक्रीस ना कर पाए। इसलिए आपकी वेबसाइट जब भी आप बनवाए तो डेवलपर से डिमांड करें कि आपकी वेबसाइट डेक्सटॉप की बजाय मोबाइल पर बहुत ज्यादा अच्छी और फास्ट होनी चाहिए.
    14. अपने मोबाइल वेबसाइट का यूजर इंटरफेस बहुत ही अच्छी क्वालिटी और बहुत ही इजी नेविगेशन के साथ बनाना चाहिए जब भी आपके site यानी कि मोबाइल की वेबसाइट पर जब भी कोई यूजर आएगा तो वह आसानी से आपके सभी पेजों को एक्सेस कर पाएगा।
    15. मोबाइल वेबसाइट पर यूजर एक्सपीरियंस अच्छा होना जरूरी है यूजर एक्सपीरियंस अगर आपकी मोबाइल वेबसाइट पर अच्छा है तो यह भी एक रैंकिंग फैक्टर आपकी मोबाइल वेबसाइट के लिए हो सकता है।
    16. गूगल ने भी बीते दिनों में स्मार्टफोन इंडेक्सिंग को प्रायरिटी दे दी थी अभी उसने डेक्सटॉप इंडेक्सिंग को भी प्राइटी दी है लेकिन स्मार्टफोन डाटा इंडेक्सिंग को ज्यादा प्राइटी दे रहा है।
    17. अगर आप की वेबसाइट पर 50,000 से ज्यादा यूआरएल हैं तो आपको मल्टीपल साइटमैप क्रिएट करने चाहिए जिससे गूगल आपके सभी पेजों की जानकारी को इंडेक्स कर पाए।
    18. आपको अपने वेबपेजेस की सभी एरर को शॉट आउट करना चाहिए जैसे 404 सॉफ्ट 404, 403 301-302 जैसी तमाम एरर को आप को समझ कर उनको सॉल्व करना चाहिए।
    19. आप जिस होस्टिंग पर अपनी वेबसाइट को होस्ट कर रहे हैं उस होस्टिंग का फास्ट होना बहुत जरूरी है अगर आपकी वेबसाइट स्लो है तो आपकी वेबसाइट रैंकिंग में नीचे चली जाएगी और इससे आपको अच्छा ट्रैफिक नहीं मिल पाएगा। फास्ट वेबसाइट के लिए CDN जैसी सर्विस इसको इस्तेमाल कर सकते हैं।
    20. आपको अपनी वेबसाइट पर pre इमेज लोडिंग सिस्टम लगाना चाहिए अगर पेज पर जरूरत नहीं है तो इमेज लोड नहीं हो, जब यूजर पेज को स्क्रॉल करें और उसे इमेज देखनी हो तभी इमेज लोड हो उसे आपके पेज की लोडिंग टाइम अच्छा रहेगा और यूजर एक्सपीरियंस भी अच्छा रहेगा।
    21. अपनी वेबसाइट के लिए अच्छी वेबसाइट से बैकलिंक लेना भी आपके लिए एक जरूरी माध्यम है लेकिन आज के समय में सर्च इंजन ऐसी गाइडलाइंस नहीं रहता है कि आपकी वेबसाइट के लिए बैंक लिंक होना जरूरी है लेकिन बहुत सारे सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन स्पेशलिस्ट कहते हैं कि backlink की मदद से आप अपनी वेबसाइट को रैंक करा सकते हैं। लेकिन ऐसी कोई गारंटी नहीं है कि backlink बनाने से आपकी वेबसाइट फर्स्ट पेज पर या पहले पेज पर टॉप पोजीशन में रैंक होगी। backlink बनाने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि किस वेबसाइट से आप बैकलिंक ले रहे हैं कहीं वह इस spam तो क्रिएट नहीं करती है? कहीं वह एक पीवीआर नेटवर्क तो नहीं है? कहीं वह एक ऐसे backlink तो नहीं बना रही जो आपकी वेबसाइट की रैंकिंग को down कर दे? यह सारे फैक्टर आपको बैकलिंक बनाने से पहले ध्यान में रखना चाहिए।
    22. आप अपने कंटेंट की जानकारी को विजुलाइज भी कर सकते हैं एक वीडियो के माध्यम से, अगर आप एक आर्टिकल लिख रहे हैं तो उस आर्टिकल की इंफॉर्मेशन आप एक वीडियो के माध्यम से भी दिखा सकते हैं इससे आपके रैंकिंग को भी बेनिफिट मिलेगा।
    23. आपको अपनी वेबसाइट से उन पेजेस को हटा देना चाहिए या ब्लॉक कर देना चाहिए जिन पेजेस पर कोई भी डाटा नहीं है क्योंकि ऐसे में अगर इन पेजेस की संख्या आपकी वेबसाइट पर बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तो आपका क्रॉल बजट स्पेंड हो जाता है जिससे कुछ टाइम के बाद क्रॉलर आपकी वेबसाइट पर बहुत देर में या बहुत ज्यादा दिनों के गैप से आता है और ऐसे में आप की वेबसाइट की कॉलिंग स्पीड स्लो हो जाती है और जबकि क्रैलिंग स्पीड स्लो हो जाएगी तो सर्च इंजन आपकी वेबसाइट से अपडेटेड डाटा कलेक्ट नहीं करेगा और यह आपकी रैंकिंग के लिए भी हार्मफुल हो सकता है।
    24. आपको कीवर्ड रिसर्च में मास्टरी करनी होगी अगर आप ज्यादा से अच्छी से अच्छी कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं या अच्छे कीवर्ड को फाइंड करने में सक्सेसफुल हो जाते हैं तो आप अपनी वेबसाइट को उस कीवर्ड पर रैंक करा पाएंगे अगर उस कीवर्ड पर ट्रैफिक होगा तो आप की वेबसाइट पर उस कीवर्ड के माध्यम से user आएगा और आपके कंटेंट को पड़ेगा। इसलिए सबसे अहम और सबसे इंपोर्टेंट SEO में कीवर्ड रिसर्च ही है अगर आपकी कीवर्ड रिसर्च बहुत बेहतरीन होगी तो आप अच्छे रिजल्ट, अच्छा ट्रैफिक ले पाएंगे। सर्च इंजन हमेशा उन लोगों के रिजल्ट्स की रिस्पेक्ट करता है जो बहुत ही इंटेंट क्वालिटी का आंसर देते हैं या यूजर को उसके जवाब का उत्तर देते हैं इंटेंट कंटेंट के माध्यम से।
    25. आपको हमेशा लॉन्गटेल कीवर्ड पर काम करना चाहिए, और ऐसे कीवर्ड जो सवाल हैं उनके अच्छे आंसर आपको अपने ब्लॉग के माध्यम से देने चाहिए क्योंकि यूज़र ज्यादातर search सवालों के रूप में करता है।
    26. अपने टॉपिक से रिलेटेड सवालों को गूगल सर्च में ढूंढने के लिए गूगल क्वेश्चन हब का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल क्वेश्चन हब एक ऐसा माध्यम है जिस पर ऐसे क्वेश्चन गूगल दिखाता है जो डेली रूटीन में सर्च हो रहे हैं और उनके जवाब सर्च इंजन पर अभी उपलब्ध नहीं है आप ऐसे सवालों के जवाब देकर अपनी वेबसाइट पर बहुत ही अच्छी क्वालिटी का ट्रैफिक लेकर आ सकते हैं।