Sehore me ghumne ki jagah: मध्यप्रदेश के सीहोर को चारों तरफ से मिला है प्रकृति का आशीर्वाद

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    Sehore me ghumne ki jagah

    भोपाल से केवल 35 किलोमीटर दूर स्थित सीहोर बहुत ही शांत और सुंदर रमणीय स्थल है। पर्यटन की दृष्टि से यहां घूमने के लिए बहुत सारी जगह हैं। समुद्र तल से 1500 फीट की ऊंचाई पर बसा यह छोटा सा शहर आदिवासी प्रथा से भरा हुआ शहर है। अगर आप भोपाल या उसके आसपास की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो निश्चित रूप से सीहोर जाने की भी योजना बनाएं । यहां की लाख की चूड़ियां और आदिवासी पारंपरिक वस्तुएं देश और दुनिया में बहुत ही ज्यादा मशहूर हैं।

    सीहोर किस तरह पहुंचे / Sehore me ghumne ki jagah:

     Sehore me ghumne ki jagah

    आप  सीहोर पहुंचने के लिए भोपाल, इंदौर ,होशंगाबाद ,रतलाम से बस या टैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं। भोपाल तक आप देश के सभी मेट्रो सिटी से ट्रेन या फ्लाइट के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं। भोपाल से सीहोर की बस का किराया 50 से 100 रुपये पड़ता है।

    सीहोर में कौन से मौसम में जाएं?

    सीहोर घूमने के लिए आप अक्टूबर से फरवरी के महीने में जा सकते हैं । हालांकि बारिश के मौसम में भी आप सीहोर घूमने का आनंद उठा सकते हैं।

    सीहोर घूमने में कितना खर्चा आ सकता है / Sehore me ghumne ki jagah:

    सीहोर काफी छोटा सा शहर है जहां आप काफी कम पैसे खर्च करते हुए घूम सकते हैं। हालांकि सीहोर के आसपास काफी सुंदर जगह मौजूद है जहां आने-जाने के लिए आप टैक्सी या खुद की गाड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमे आपको 3000 से 5000 तक का खर्चा आ सकता है।

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    Sehore ghumne ki jagah / सीहोर घूमने की जगह:

    प्राकृतिक जगह:

    • रातापानी वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी : सीहोर से 90 किलोमीटर दूर रातापानी वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी पड़ती है। यह मध्य प्रदेश का छुपा हुआ खज़ाना है।  विंध्य पर्वतों के बीच बनी यह वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी बहुत ही सुंदर है यहां जाने के लिए आप सीहोर से बस ले सकते हैं।
    • भीमबेटका गुफाएं:  सीहोर से रातापानी के रास्ते पर ही भीमबेटका गुफा पड़ती है। यह विश्व प्रसिद्ध वर्ल्ड हेरिटेज साइट है । यही आपको गिन्नौडरगढ़ फोर्ट ,केरी महादेव और रातापानी डैम जैसे दिलचस्प जगह देखने को मिल जाएगी। आप यहां सीहोर से बस के द्वारा पहुंच सकते हैं।
    • कोलार डैम : पहाड़ों और जंगलों के बीच कोलार नदी पर बना यह डैम भी एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है, जहां आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां जाने के लिए आप  टैक्सी हायर कर सकते हैं।
    • अमरगढ़ वॉटरफॉल्स : सीहोर से 100 किलोमीटर की दूरी पर अमरगढ़ वॉटरफॉल भी पड़ता है। विंध्याचल पर्वत श्रृंखला में प्रकृति की गोद में बसा यह वॉटरफॉल बारिश के दिनों में बहुत ही सुंदर हो जाता है। आप यहां प्राइवेट टैक्सी के द्वारा पहुंच सकते हैं। ट्रेकिंग के साथ-साथ आप इस झरने का आनंद उठा सकते हैं।
    • बुधनी घाट:  नर्मदा नदी के तट पर बसा यह घाट सीहोर से  100 किलोमीटर दूर स्थित है। अगर आप नर्मदा नदी के तट का आनंद लेना चाहते हैं तो यह घाट आपके लिए बेहतरीन विकल्प सिद्ध हो सकता है। यहां आप बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं । सीहोर से बुधनी घाट पहुंचने के लिए आप प्राइवेट टैक्सी या बस भी ले सकते हैं।
    • सरु- मारू की गुफाएं  : सीहोर से लगभग 100 किलोमीटर दूर बुधनी तहसील के ग्राम में कई भिक्षुक गुफाएं मौजूद है ,इन्हीं में से सरू मरू की गुफाएं मशहूर गुफाएं मानी जाती है। यहां आपको स्तूपों के साथ-साथ बौद्ध भित्तचित्र भी देखने को मिलेंगे।  यहां पहुंचने के लिए आप सीहोर से टैक्सी या बस ले सकते हैं।

    सीहोर के मशहूर मन्दिर:

    • कुबेरेश्वर महादेव मंदिर : सीहोर के मशहूर महादेव मंदिर कुबरेश्वर महादेव मंदिर का नाम कौन नहीं जानता?  यह शिव जी का दिव्य धाम है । यही पंडित प्रदीप मिश्रा जी का व्यास पीठ भी मौजूद है। अगर आप सीहोर जाने की योजना बना रहे हैं तो कुबरेश्वर महादेव के दर्शन करना आपके लिए आवश्यक हो जाता है । अगर आपकी किस्मत ने साथ दिया तो तो हो सकता है आपकी मुलाकात पंडित प्रदीप मिश्रा जी से भी हो जाए।
    • प्राचीन गणेश मंदिर : सीहोर में विक्रमादित्य के समय का प्राचीन गणपति मंदिर है। यह गणेश मंदिर मुख्य शहर से 3 किलोमीटर दूर है । यह गणेश मंदिर काफी सिद्ध मंदिर माना जाता है और यहां हजारों की संख्या में भक्ति दर्शन करने आते हैं।
    • बिजासन माता का मंदिर : सीहोर में 1000 फीट की ऊंचाई पर सलकनपुर धाम में बिजासन माता का मंदिर भी है । इस माता को विंध्यवासिनी माता के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप सीहोर में जा रहे हैं तो यहां माता का आशीर्वाद लेने जरूर जाइए।
    • सीहोर का मोती बाबा का मंदिर : टाइफाइड के मरीजों के लिए मोती बाबा का मंदिर पूरी दुनिया में मशहूर है । कहा जाता है कि जिन मरीजों का टाइफाइड कहीं से भी ठीक नहीं होता वे यहां आकर अपनी बीमारी से मुक्ति पाते हैं । यहां सुबह से ही मरीजों की भीड़ लग जाती है।

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    शॉपिंग की जगह:

    सीहोर सिटी मार्केट: यदि आप सीहोर से वहां की सांस्कृतिक वस्तुएं खरीदना चाहते हैं तो आप सीहोर सिटी मार्केट जा सकते हैं। सीहोर में आपको जूट की और लाख की वस्तुएं काफी कम दाम पर मिल जाएगी। इसके अलावा आप यहां पर आदिवासी लोगों द्वारा बनाई गई सुंदर कलाकृतियां भी खरीद सकते हैं। सीहोर सिटी मार्केट में ही आप सीहोर की सबसे फेमस फूड डिश सीहोर कचोरी भी ट्राई कर सकते हैं।

    सीहोर में और क्या क्या देखें?

    इसके अलावा सीहोर में कुंवर चैन सिंह की समाधि, ऑल सेंट चर्च, गिन्नौरगढ़ किला, त्तिनपुरा जैसे ऐतिहासिक स्थान भी देख सकते हैं। यदि आपके पास में अतिरिक्त समय है तो आप आप मध्य प्रदेश के नजदीकी शहर भी जा सकते हैं। सीहोर से भोपाल केवल 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यदि आपके पास में अतिरिक्त समय है तो आप भोपाल भी घूम सकते हैं। तालों का शहर भोपाल बेहद ही सुंदर और रमणीय है। इसके अलावा सीहोर से 150 किलोमीटर की दूरी पर उज्जैन शहर भी पड़ता है आप यहां महाकाल के दर्शन भी कर सकते हैं। आप सीहोर से इंदौर की ओर भी जा सकते हैं और वहां से आप ओंकारेश्वर, महेश्वर भी जा सकते हैं।

    निष्कर्ष:

    इस प्रकार आप से सीहोर में जाने के बाद सीहोर और उसकी आसपास ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक नजरों का मजा ले सकते हैं।

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