अयोध्या में प्रभु राम से जुड़ी 5 धार्मिक स्थल, जहां पहुंचते ही। आपके जन्मो जन्म के सभीपाप कट जाएंगे. करुणा निधान भगवान श्री राम के जन्मस्थली अयोध्या धाम के बारे में लोगों का त्रेता युग से लेकर अब तक बहुत ही विश्वास रहा है। और बाबा तुलसीदास ने भी अयोध्या के बारे में यह कहा है। “गंगा भरी गोदावरी, तीरथ राज प्रयाग, सबसे बड़ी अयोध्या नगरी, जहां राम लिए अवतार” और हम आपको अयोध्या नगरी के पांच ऐसे जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां पहुंचने के बाद आपके जन्मों जन्म के सभी पाप कट जाएंगे और आपके हृदय में भी प्रभु श्री राम बस जाएंगे तो इसलिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल में पूरा अंत तक बन रहे और अयोध्या के इन पांच जगह के बारे में पूरी बातें जाने।
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कनक भवन –
कनक भवन प्रभु श्री राम और माता सीता का निजी महल है। इस महल को महारानी कैकेइ ने, मां सीता को मुंह दिखाई में दिया था। त्रेता युग मैं बना यह महल द्वापर युग आते आते गिरने लगा था। तब भगवान श्री कृष्ण ने कनक भवन को दोबारा बनवाया था। भगवान श्री कृष्ण के बाद कनक भवन को महाराज विक्रमादित्य ने भी बनवाया था और अभी के समय मे कनक भवन को ओरछा की महरानी बृषुभान कुंवारी ने बनवाया था। आप जब कनक भवन के अंदर प्रवेश करेंगे तो आपको भगवान श्री राम का दिव्य उपस्थिति का आभास जरूर होगा अगर आप पूरी श्रद्धा के साथ कनक भवन जाएंगे तो आपका कल्याण होगा ही। और आपके आने वाली सात पीढ़ियों का भी कल्याण कनक भवन में पहुंचते ही हो जाएगा।
गुप्तार घाट –
भगवान श्री राम ने गुप्तार घाट में ही जल समाधि ली थी। और यही इसी घाट से प्रभु राम ने बैकुंठ धाम के लिए निकले थे। अगर आप इस घाट में डुबकी लगाते हैं। तो आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी। और पूरी देश दुनिया से लोग इस स्थान पर जाकर अपने मोक्ष प्राप्ति के लिए डुबकियां लगाते हैं। और जब आप इस जगह पर जाएंगे तो आप देखेंगे की गुप्तार घाट पर सरयू का जल भी बिल्कुल शांत होकर बहता है। आप इस जगह पर सरयू के जाल में किसी भी प्रकार का उथल-पुथल नहीं देखेंगे। इस घाट को गुप्त हरी घाट के नाम से भी जाना जाता है। इसको 19वी शताब्दी मे राजा दर्शन सिंह ने दुबारा इस घाट का मरम्मत कर के बनवाया था।
दंत धावन कुंड –
दंत धावन कुंड हनुमानगढ़ी के बगल में ही मौजूद है। और भगवान श्री राम इसी कुंड में रोज दातुन करके मुह साफ करते थे। और अगर आप इस जगह पर पहुंच के इस कुंड के पानी को अपने शरीर के ऊपर छिड़केंगे तो, आपके सभी पाप कट जाएंगे। और आप की काया भी निरोगी हो जाएगा। और आप जब भी अयोध्या पहुंचे तो इस जगह पर भी जरूर जाएं।
दशरथ महल –
त्रेता युग मे इसी जगह पर प्रभु श्री राम अपने सभी भाइयों के साथ इसी महल में खेला करते थे। और वर्तमान समय में जिस जगह पर दशरथ महल मौजूद है उसी जगह पर त्रेता युग में भी दशरथ महल हुआ करता था. दशरथ महल का दोबारा जीणोद्धार महाराजा विक्रमादित्य ने करवाया था। आप जब भी दशरथ महल में प्रवेश करेंगे तब आपको प्रभु श्री राम के दिव्य उपस्थिति का आभास जरूर होगा। और यही वह जगह है जहा प्रभु राम के हाथ से काक भूसुंडी ने रोटी छीना था।
राम कोट –
प्रभु श्री राम जब अयोध्या के राजा बने तब इसी जगह से अपना राज पाठ करते थे। यह जगह भी अयोध्या का सबसे महत्वपूर्ण जगह में से एक माना जाता है क्योंकि इसी जगह से राजा राम अपने प्रजा का फैसला करते थे। और यही वह जगह है जहां से प्रभु श्री राम ने माता सीता को वनवास दिया था। आप जब भी अयोध्या धाम पहुंचे तो रामकोट का भी दर्शन जरूर करें। आप मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम से जुड़ी हुई अयोध्या धाम के 5 जगहों के बारे मे जाना। यहां पहुंचने के बाद आपके सभी पाप कट जाएंगे।
Conclusion –
आप इस आर्टिकल में अयोध्या धाम के पांच ऐसी जगह के बारे में जाने हैं। जिसका सीधा संबंध भगवान श्री राम से है। अगर आप बताए इन सभी जगह पर पहुंचते हैं तो यकीन मानिए आपके साथ-साथ आपकी कई पीढ़ियां भी तर जाएगी।
आप इस जानकारी को gkidea.in पर पढ़ रहे हैं। हमने भगवान श्री राम से जुड़ी हुई, और भी तमाम जानकारी भगवान श्री राम के बारे मे अपने वेबसाइट मे लिखी हुई है। आप उन आर्टिकल को भी जरूर पढ़े। और इस जानकारी को हमारे साथ पुरा अंत तक पढ़ने के लिए, आप का बहुत बहुत धन्यवाद।
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